संत ने विचार किया कि ये मनुष्य कितना तामसिक और विलासी है, जो प्रातः काल शराब सेवन करके स्त्री की गोद में सर रखकर प्रेमालाप कर रहा है।
संत ने विचार किया कि ये मनुष्य कितना तामसिक और विलासी है, जो प्रातः काल शराब सेवन करके स्त्री की गोद में सर रखकर प्रेमालाप कर रहा है।